क्यों ना हम सब मिलकर फिर से एक नया स्वतंत्रता दिवस मना लें। क्यों ना हम सब मिलकर फिर से एक नया स्वतंत्रता दिवस मना लें।
मूक बन रहे समय की, कांपती पुकार हूँ, चुप नहीं रहूँगा, मैं हूँ शब्द और आज़ाद हूँ...! मूक बन रहे समय की, कांपती पुकार हूँ, चुप नहीं रहूँगा, मैं हूँ शब्द और आज़ाद हूँ.....
अपना सहारा आप खुद बनो...! अपना सहारा आप खुद बनो...!
हर युद्ध में जितने वाली, दुश्मनों को हराने वाली, आज की नारी, स्वतंंत्र नारी ! हर युद्ध में जितने वाली, दुश्मनों को हराने वाली, आज की नारी, स्वतंंत्र ना...
भारत तुझको है सलाम तू है तो हम हैं स्वतंत्र भारत तुझको है सलाम तू है तो हम हैं स्वतंत्र
मत पीसो इस चक्की में, मैं भी इंसान हूँ, हाँ, मैं भी इंसान हूँ। मत पीसो इस चक्की में, मैं भी इंसान हूँ, हाँ, मैं भी इंसान हूँ।